Haryana News: ऑपरेशन सिंदूर पर विवादित टिप्पणी से भड़का मामला, प्रोफेसर अली खान की गिरफ्तारी

Haryana News: हरियाणा के सोनीपत जिले से बड़ी खबर आई है। अशोक विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को गिरफ्तार किया गया है। उन पर ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विवादित टिप्पणियां करने का आरोप है। यह मामला उस वक्त गंभीर हो गया जब उनकी एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हुई। भाजपा युवा मोर्चा के एक नेता की शिकायत के बाद पुलिस ने अली खान के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले हरियाणा राज्य महिला आयोग ने भी उनके खिलाफ नोटिस जारी किया था।
दिल्ली से हुई गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
राय के सहायक पुलिस आयुक्त अजीत सिंह ने बताया कि अली खान महमूदाबाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी विवादित टिप्पणियों के कारण हुई है। हरियाणा महिला आयोग ने भी मई 12 को अली खान को नोटिस जारी किया था। आयोग ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा था कि महमूदाबाद ने 7 मई के आसपास कुछ सार्वजनिक बयान और टिप्पणियां की थीं, जो विवादास्पद मानी गईं। अली खान राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रमुख भी हैं और इस मामले में जांच जारी है।
ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि और भारतीय सेना की कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर भारत की सेना द्वारा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने 6 और 7 मई की रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद भारत-पाक के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। पाकिस्तान ने कई बार ड्रोन और मिसाइल हमले किए, लेकिन भारतीय वायु रक्षा तंत्र ने सभी हमलों को विफल कर दिया। वर्तमान में दोनों देशों के बीच शांति स्थापना के लिए एक-दूसरे के साथ सीज़फायर की स्थिति बनी हुई है।
विवाद और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस मामले ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सार्वजनिक और सरकारी स्तर पर समर्थन दिखाया गया था, लेकिन अली खान के विवादित बयानों ने कई लोगों को आहत किया है। महिला आयोग और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट हुआ है कि ऐसे विवादास्पद बयानों को गंभीरता से लिया जा रहा है। भाजपा युवा मोर्चा के नेता की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की, जो इस बात को दर्शाता है कि सुरक्षा और राष्ट्रीय एकता के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मामले की जांच अभी जारी है और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी हो रही है।